नई दिल्लीः भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों में छोटी सी उम्मीद की किरण जगी है. भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय बाद पहली बार कैदियों की रिहाई को लेकर बैठक होने जा रही है. यह 1 जुलाई को आयोजित की जाएगी. बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के संबंधों को सुधारने के साथ-साथ जेलों में बंद आम नागरिकों, विशेष रूप से मछुआरों, की वतन वापसी सुनिश्चित करना है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली पहल
यह बैठक ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत का अहम चरण है. इस बैठक का मुख्य एजेंडा जेलों में बंद आम नागरिकों और मछुआरों की रिहाई पर चर्चा करना है. इसमें गहन चर्चा होगी और दोनों देश अपनी-अपनी तरफ से कैदियों की सूची साझा करेंगे.
सैकड़ों लोग बंदः
भारत और पाकिस्तान के बीच अक्सर मछुआरों की गिरफ्तारियां होती रही हैं, क्योंकि वे गलती से एक-दूसरे के समुद्री क्षेत्रों में चले जाते हैं। इसके चलते दोनों देशों की जेलों में सैकड़ों लोग बंद हैं. पिछले कुछ वर्षों में, ऐसे मछुआरों और आम नागरिकों की रिहाई के प्रयास रुके हुए थे.