जयपुरः वन्य जीव आकलन से पहले और बाद में लेपर्ड्स सर्वे शुरू होगा. प्रदेशभर में लेपर्ड्स की वास्तविक संख्या के लिए हर रिजर्व में 2-2 दिन सर्वे होगा. फिर वैशाख पूर्णिमा पर वन्यजीव संख्या आकलन होगा. 12 और 13 मई को वाटर होल पद्धति से गणना की जाएगी.
12 मई सुबह 8 बजे से 13 मई सुबह 8 बजे तक 24 घंटे गणना होगी. मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक शिखा मेहरा ने आदेश जारी किए है. बाघ-बघेरे व अन्य वन्यजीवों की संख्या का आकलन किया जाएगा. वन्यजीवों की गणना को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वाटर होल पद्धति से वन्य जीव गणना से ही वन्यजीवों की संख्या के वास्तविक आंकड़े मिल पाएंगे. वन्य जीव गणना से पहले 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा.