जयपुरः ज्ञानदेव आहूजा के निलंबन के बाद प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि ज्ञानदेव आहूजा के कृत्य के बाद मैंने फोन किया. पार्टी इस प्रकार का कोई भी कृत्य बर्दाश्त नहीं करेगी. आगे जो भी अनुशासनात्मक कार्यवाही होगी वो की जाएगी. कांग्रेस को इस घटना को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए. हमने उन पर तत्काल एक्शन लेते हुए निलंबित किया है.
निलंबित होने के बाद ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि मैंने दलित विरोधी काम नहीं किया है. सोनिया गांधी ने राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे. इसलिए मैंने उनके पार्टी के नेता के राम मंदिर जाने का विरोध किया. मैंने इस दौरान टीकाराम जूली का विरोध नहीं किया बल्कि एक कांग्रेस नेता का विरोध किया. दलित वर्ग के प्रति मेरे मन में हमेशा सम्मान था और रहेगा.
3 दिन में मांगा जवाबः
ज्ञानदेव आहूजा भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिए गए हैं. भाजपा ने कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा है. प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल ने ज्ञानदेव आहूजा को निष्कासित किया है. दामोदर अग्रवाल ने कहा कि आपने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के पूजा-अर्चना का विरोध किया. आपने उनके दर्शनोपरान्त मंदिर में गंगाजल का छिड़काव किया. जबकि आपने शपथ ली थी कि मैं किसी भी रूप में अस्पृश्यता को नहीं मानता हूं. आपके इस प्रकार के कृत्य से पार्टी की छवि धूमिल हुई है.
प्राथमिक सदस्यता से निलंबितः
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के निर्देशानुसार तुरंत प्रभाव से प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जाता है. कोई स्पष्टीकरण देना हो तो 3 दिन में लिखित में प्रस्तुत कर दें. अन्यथा यह समझा जायेगा कि आपको उक्त आरोप पर कुछ नहीं कहना है. तत्पश्चात आपके खिलाफ अग्रिम अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी.