झुंझुनूंः झुंझुनूं के शहीद सुरेंद्र कुमार मोगा की राजकीय सम्मान के साथ अंतेष्टि हुई. 7 वर्षीय दक्ष ने अपने शहीद पिता सुरेंद्र कुमार मोगा को मुखाग्नि दी. इस दौरान 'शहीद सुरेंद्र कुमार मोगा अमर रहे' के गगनभेदी नारे लगे. झुंझुनूं के मेहरादासी गांव में शहीद सुरेंद्र कुमार मोगा की अंतेष्टि हुई.
जिसके बाद उधमपुर में शहीद हुए जवान सुरेंद्र की 11 वर्षीय बेटी का साहसिक बयान आया. वर्तिका ने कहा कि फौज में जाकर पापा की शहादत का बदला लूंगी. मुझे अपने पिता पर गर्व है, मेरे पापा बहुत अच्छे थे. दुश्मनों का खात्मा करके वह खुद शहीद हो गए. मेरे पापा ने देश की रक्षा की है. पापा से मेरी बात आखिरी बार रात 9 बजे हुई थी.
मैंने पापा को बताया कि यहां पर ड्रोन उड़ रहे हैं. लेकिन हमले नहीं हो रहे हैं, हम सब लोग सेफ हैं. पाकिस्तान का नाम भी खत्म होना चाहिए, पाकिस्तान का खात्मा होना चाहिए. मैं भी बड़ी होकर फौजी बनूंगी, पापा की मौत का बदला लूंगी. चुन-चुनकर आतंकियों को मारूंगी.