नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार देश को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीते दिनों में दुनिया ने भारत का सामर्थ्य और संयम दोनों देखा. उन्होंने देश की तीनों सेनाओं, वैज्ञानिकों को सैल्यूट किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है. मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं को सशस्त्र बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों, हमारे वैज्ञानिकों को हर भारत वासी की ओर से सलाम करता हूं.
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की हर बेटी, बहन, मां के नाम किया. उन्होंने कहा कि पहलगाम में छुट्टियां मना रहे देशवासियों को धर्म पूछकर मारा गया, ये देश को तोड़ने की घिनौनी कोशिश थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी उसने देश, दुनिया को झकझोर दिया था. छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला यह आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी. यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी. मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी. इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में आतंक के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है.
हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी है. आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है. 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है. भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों, उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया. आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है लेकिन जब देश एकजुट होता है, राष्ट्र प्रथम की भावना से भरा होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं, परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं.