मा योजना से मिलेगी रोबोटिक सर्जरी को उड़ान ! CM भजनलाल शर्मा की पहल पर किया गया शामिल, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः एसएमएस अस्पताल में बगैर वित्तीय प्रावधानों के चलते धूल फांक रहे 50 करोड़ रुपए के रोबोट अब फिर से मरीजों को विश्वस्तरीय हाईटेक चिकित्सा सुविधा दे पाएंगे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं देने के लिए रोबोटिक सर्जरी को मुख्यमंत्री आयुष्मान आऱोग्य योजना में जोड़ा गए है. जिससे SMS अस्पताल में लम्बे समय से काफी धीमी गति से हो रही रोबोटिक सर्जरी को नई गति मिलने की उम्मीद जगी है. आखिर क्या है रोबोटिक सर्जरी के फायदें और कैसे मिलेगा मरीज और चिकित्सकों को फायदा. 

पिछले सरकार के कार्यकाल में एसएमएस मेडिकल कॉलेज को विश्वस्तरीय हेल्थ सेन्टर के रूप में विकसित करने का दावा करते हुए रोबोटिक सर्जरी की शुरू की गई थी. इसके लिए  यूरोलॉजी और सर्जरी विभाग में 25 -25 करोड़ की लागत के दो रोबोट तो मंगवाए लिए गए. लेकिन जिम्मेदारों ने रोबोटिक सर्जरी में होने वाले ओएण्डएम खर्च का कोई वित्तीय प्रावधान ही नहीं रखा. ऐसे में शुरूआती चरण में रोबोट लगाने वाली कम्पनी ने अनुबन्ध की शर्तों के आधार पर करीब 200 केस के लिए फ्री में सामान उपलब्ध कराया. लेकिन इसके बाद जैसे ही प्रोजिसर आईटम आना बन्द हुए तो रोबोट सर्जरी लगभग बन्द सी हो गई. इस दौरान मीडिया में खबरें चलने पर इक्का-दुक्का केस जरूर किए गए. जैसे ही ये मामला सरकार के ध्यान में आया तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर मा योजना का दायरा बढ़ाते हुए इसमें रोबोटिक सर्जरी के पैकेज भी जोड़े गए. जिसके बाद अस्पताल में रूटिन प्रक्रिया के तहत रोबोटिक सर्जरी शुरू कर दी गई है. 

पहले ट्रेनिंग, फिर रोबोट शुरू की गई रोबोटिक सर्जरी !
SMS अस्पताल में तीन साल पहले शुरू रोबोट सर्जरी से जुड़ी खबर
CM भजनलाल शर्मा की पहल  पर रोबोटिक सर्जरी को किया गया शामिल
अस्पताल में मा योजना के पैकेज के तहत कल से शुरू की गई रोबोटिक सर्जरी
एसएमएस मेडिकल कॉलेज की सर्जरी एचओडी डॉ प्रभा ओम ने जताया आभार
डॉ प्रभा ने कहा कि सर्जरी की अधिकांश फैकल्टी को रोबोट की ट्रेनिंग दी जा चुकी है
विभाग में 200 के आसपास केस रोबोट पर हुए है, लेकिन फिर वित्तीय दिक्कतें आई थी
लेकिन मा योजना में रोबोटिक पैकेज शामिल होने से समस्या का स्थाई समाधान हुआ है
इस फैसले से एक तरफ जहां मेडिकल स्टूडेंट्स को रोबोटिक सर्जरी सीखने को मिलेगी
वहीं दूसरी ओर जरूरतमंद मरीजों को विश्वस्तरीय मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध होगी

राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्यारेंस एजेंसी  की तरफ से संचालित मा योजना में रोबोटिक के 50 से अधिक पैकेज जोड़े गए है. इसमें सर्जरी विभाग की बात की जाए तो 20 हजार से लेकर पौने दो लाख तक के करीब 32 पैकेज शामिल किए गए है, वहीं दूसरी ओर यूरोलॉजी विभाग के भी दो दर्जन के आसपास पैकेज योजना में शामिल किए गए है. सबसे खास बात ये है कि अब रोबोट की मदद से एसएमएस में फ्री किडनी ट्रांसप्लांट भी हो सकेगा. हालांकि, यूरोलॉजी विभाग के पैकेज में कुछ तकनीकी दिक्कतों की बात जरूरी कही जा रही है, लेकिन चिकित्सकों के मुताबिक ये टाइपिंग एरर है जिसे दुरूस्त कर लिया जाएगा.  

एक नजर में मा योजना
राजस्थान में पंजीकृत परिवार 1.34 करोड़ से अधिक
योजना में 1800 से अधिक अस्पताल सूचीबद्ध अस्पताल
करीब 66 लाख बुक क्लेम,अब तक व्यय राशि 3394 करोड़
8200 मरीज रोजाना उठा रहे योजना का लाभ
पिछली सरकार की चिरंजीवी योजना में पैकेज की संख्या 1806 थी
वर्तमान सरकार ने इसे बढ़ाकर किया 2047, नए पैकेज शामिल होने पर यह संख्या होगी 2300
योजना के लिए सरकार ने 3500 करोड़ रुपए का कोष का किया गठन