जयपुरः राजधानी में अति व्यस्त रेलवे फाटक सिविल लाइंस पर निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज का काम निर्धारित डेडलाइन में पूरा होने की उम्मीद है. बशर्ते रेलवे स्तर की सभी स्वीकृतियां 15 मई तक मिल जाए. राजधानी में सिविल लाइंस रेलवे फाटक दिनभर में कई बार बंद होता है. इसके चलते फाटक के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगती है. इस कतार में रेलवे फाटक खुलने के लिए वाहन चालकों को तो लंबा इंतजार करना पड़ता ही है साथ ही दोनों तरफ वाहनों की इन लंबी कतारों के कारण अन्य वाहनों का आवागमन भी अवरुद्ध रहता है. इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण ने जनवरी 2021 में 75 करोड़ रुपए की कुल लागत के इस रेलवे ओवरब्रिज प्रोजेक्ट का काम शुरू किया था. आपको बताते हैं कि जब से यह काम शुरू हुआ है,तब से किन कारणों से इस प्रोजेक्ट में देरी हुई है.
-जब यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया तब इसको पूरा करने की डेडलाइन जून 2022 थी
-प्रोजेक्ट का काम शुरू होने के कुछ महीने बाद ही अनौपचारिक तौर पर इसका काम बंद करा दिया गया
-इसके पीछे वजह यहां ओवरब्रिज के बजाए अंडरपास बनाने की संभावना तलाशना था
-इसके लिए जेडीए ने रेलवे से भी राय ली, लेकिन रेलवे ने इस संभावना को खारिज कर दिया
-इसी बीच जिस फर्म को यह काम दिया गया था, उसने बीच में ही काम छोड़ दिया
-प्रोजेक्ट के अधूरे काम को पूरा करने के लिए मई 2023 में जेडीए ने दूसरी फर्म शिवम कंडेव को प्रोजेक्ट सौंपा
-प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए डेडलाइन तब अगस्त 2024 तय की गई
-इसके बाद विभिन्न कारणों के चलते प्रोजेक्ट में देरी हुई
-अब इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन इसी वर्ष 30 जून है
जेडीए के इस सिविल लाइन प्रोजेक्ट का अस्सी फीसदी काम पूरा किया जा चुका है. रेलवे लाइन के हिस्से में गर्डर लगाकर स्लैब डालने का काम बाकी है. आपको बताते हैं कि इस प्रोजेक्ट का काम निर्धारित डेडलाइन में पूरा करने के लिए रेलवे की स्वीकृति आवश्यक है
-ओवरब्रिज के रेलवे लाइन वाले हिस्से में पहले नौ गर्डर लगाए जाएंगे
-इसके बाद स्लैब डालने का काम शुरू किया जाएगा
-स्टील के नौ गर्डर की डिजाइन की स्वीकृति का मामला रेलवे में लंबित है
-इसी तरह इस अति व्यस्त रेलवे लाइन के हिस्से में प्रोजेक्ट का काम शुरू करने के लिए रेलवे की स्वीकृति जरूरी है
-रेलवे की स्वीकृति के बाद ही इस रेलवे लाइन पर ट्रैनों की आवाजाही को बंद किया जाएगा
-ताकि रेलवे लाइन के हिस्से में गर्डर लगाने के बाद स्लैब डालने का काम किया जा सके
-प्रोजेक्ट से जुड़े जेडीए के अभियंताओं का कहना है कि 15 मई तक रेलवे स्तर की स्वीकृतियां मिल जाए
-तो ओवरब्रिज का सारा काम निर्धारित डेडलाइन इस तीस जून तक पूरा किए जाने की उम्मीद है.