जयपुरः जयपुर में साल के पहले दिन ट्रैफिक जाम के 'साइड इफेक्ट्स' देखने को मिल रहे है. शहर में जगह-जगह लगे जाम में दर्जनों एंबुलेंस फंसी है. SMS समेत अन्य अस्पतालों में मरीजों को एंबुलेंस ले जा रही है. ट्रैफिक जाम के बीच सिर्फ साइरन ही साइरन सुनाई पड़ रहे है.
लेकिन लचर ट्रैफिक मैनेजमेंट के चलते एंबुलेंस राह तलाश रही है. इस कदर लंबे जाम में फंसे बेबस लोग भी एंबुलेंस को रास्ता नहीं दे पा रहे है. ऐसे में किसी अनहोनी का जिम्मेदार कौन होगा. क्या नए साल मौके पर ट्रैफिक मैनेजमेंट का ध्यान नहीं रखा ?
पिछले करीब 5 घंटे से राजधानी ठहर सी गई है. 5 से 7 किलोमीटर का सफर तय करने में घंटों लग रहे है. अपने घर तक पहुंचने के लिए लोगों ने 4 से 5 बड़े मार्गों का सहारा लिया है. लेकिन बावजूद इसके हर तरफ लग रहे ट्रैफिक जाम में जनता चकरघिन्नी हो गई है. राजापार्क, JLN मार्ग, मोती डूंगरी,टोंक रोड, सहकार मार्ग, सीकर रोड, सोडाला, गोपालपुरा बायपास, मानसरोवर, सांगानेर समेत सभी जगह ऐसे हालात है. परकोटे में तो जो एक बार ट्रैफिक जाम में फंसा वो अब तक दिक्कतें झेल रहा है.