जयपुर : भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध के तनाव को देखते हुए चिकित्सा विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. किसी भी आपात स्थित से निपटने के लिए विभाग ने सभी मेडिकॉज की छुट्टियां निरस्त कर दी है, साथ ही सीमावर्ती जिलों में चिकित्सा व्यवस्थाओं को पुख्ता करते हुए अतिरिक्त संसाधन की व्यवस्था की जा रही है. इस दौरान खास तौर पर ऑक्सीजन सिलेंडर, रक्त और रक्त उत्पादों की पर्याप्त उपलब्धता के लिए विशेष इंतजाम शुरू किए गए है.
राजस्थान से सटी अन्तरराष्ट्रीय सीमा पर पिछले दो दिनों से स्थिति तनावपूर्ण चल रही है. ऐसे हालात में सूबे के सीएम भजनलाल शर्मा ने सभी एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए है, जिसमें चिकित्सा विभाग का अहम रोल है. ऐसे में विभाग ने देर रात तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करते हुए सीमावर्ती जिलों में 200 से अधिक चिकित्सक व अन्य स्टॉफ की तत्काल नियुक्ति की है. इसके साथ ही आपातकालीन दवाओं, चिकित्सा उपकरणों जैसे कि कॉटन, पट्टियां, IV सेट, ऑक्सीजन सिलेंडर, रक्त और रक्त उत्पादों की मॉनिटरिंग भी शुरू कर दी गई है. ड्रग आयुक्तालय ने सभी ब्लड बैंक संचालकों, प्रभारियों और जिला सीएमएचओ को ब्लड और उसके कॉम्पोनेंट के पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेशन कैंप लगाने के भी निर्देश दिए हैं.
भारत-पाक तनाव के बीच चिकित्सा विभाग का सीमावर्ती जिलों पर फोकस
-आपात स्थिति को देखते हुए चिकित्सा संस्थानों में भेजे जा रहे मेडिकोज
-जोधपुर मेडिकल कॉलेज में APO चल रहे 14 चिकित्सकों को तत्काल भेजा गया बाड़मेर
-जोधपुर मेडिकल कॉलेज में APO चल रहे 14 चिकित्सकों को तत्काल भेजा गया जैसलमेर
-बीकानेर मेडिकल कॉलेज में APO चल रहे 17 चिकित्सकों की बीकानेर CMHO को सौंपी सेवाएं
-बीकानेर मेडिकल कॉलेज में APO चल रहे 16 चिकित्सकों की श्रीगंगानगर CMHO को सौंपी सेवाएं
-चिकित्सकों के साथ ही अब 93 ANM,नर्सेज व अन्य कार्मिकों की नियुक्ति
-निदेशालय में APO चल रहे इन कार्मिकों को सीमावर्ती जिलों में जिम्मा
-22 FSO की बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर में पोस्टिंग
-साथ ही 7 DCO को दी सीमावर्ती जिलों की निगरानी की जिम्मेदारी
सीमा पर तनाव को देखते हुए चिकित्सा विभाग अलर्ट
-आपदा प्रबंधन की दृष्टि से शुरू किया कंट्रोल रूम
-0141-2225624, 0141-2225000 कंट्रोल रूम के नंबर, 24 घंटे रहेगा कार्यरत
-अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. प्रवीण असवाल को बनाया गया प्रभारी
-साथ ही आधा दर्जन से अधिक डॉक्टर्स और स्टाफ को कंट्रोल रूम में सौंपा जिम्मा
-बीकानेर और जोधपुर संभाग के समस्त CMHO से रोजाना समन्वय के निर्देश
-इन चिकित्सा संस्थानों में मानव संसाधन, ब्लड, दवा, जांच, उपकरण, ओटी, आईसीयू,
-उपकरण व अन्य संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी कंट्रोल रूम को दिए निर्देश
रक्तदान, महादान....!
-सीमा पर तनाव के बीच ड्रग आयुक्तालय की रक्तदान मुहिम
-ड्रग आयुक्त एच गुईटे के निर्देश पर प्रदेशभर में अफसर सक्रिय
-जिला ड्रग कार्यालयों की तरफ से स्वैच्छिक रक्तदान की अपील
-आपदा की घडी में प्रशासन का सहयोग करने की भी जनता से अपील
-फर्स्ट इंडिया भी मुहिम का समर्थन करते हुए जनता से कर रहा अपील
-जिसे जहां भी मिले मौका,रक्तदान करके सच्चे देशभक्त होने का दें परिचय
किसी भी आपात स्थिति के दौरान ब्लड की किल्लत से बचने के लिए ड्रग आयुक्तालय ने प्रदेशभर में ब्लड की उपलब्धता की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है. सभी जिलों में एडीसी और डीसीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वो ब्लड ग्रुप में क्रिटिकल ग्रुप (ओ पॉजिटिव और ऑ नेगेटिव) का विशेष रूप से स्टॉक रखे. साथ ही डोनेशन कैंप लगाने वाली सामाजिक संस्थाओं और ब्लड डोनेट करने वाले ग्रुप और लोगों से भी संपर्क कर प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं.
सीमावर्ती जिलों की जरूरतों की मॉनिटरिंग करेगी सेल
-आपदा प्रबंधन की दृष्टि से ड्रग आयुक्तालय ने नियुक्त किया नोडल
-सहायक औषधि नियंत्रक संजय सिंघल को बनाया गया नोडल अधिकारी
-इसके साथ ही सीमावर्ती जिलों से समन्वय के लिए लगाए ड्रग कंट्रोल ऑफिसर
-टीम में शामिल डीसीओ संजू सिंह को जोधपुर, ओमप्रकाश बगडिया को फलौदी,
-नीरज चाहर को श्रीगंगानगर, डॉ सुभाष दादरवाल को बीकानेर, दीपक शर्मा को हनुमानगढ़,
-प्रिया जुनेजा को बाड़मेर, बालोतरा और वंदना कुमारी को जैसलमेर का बनाया समन्वयक.