VIDEO: 1 अप्रैल से राजस्थान के 83 फिटनेस सेंटर बंद, लेकिन परिवहन विभाग बिल्कुल गंभीर नहीं, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: प्रदेश में आज छठे दिन भी वाहनों की फिटनेस का काम शुरू नहीं हो पाया ,, 1 अप्रैल से ही प्रदेश के सभी 83 फिटनेस सेंटर बंद पड़े हुए हैं, लेकिन परिवहन विभाग इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है.

परिवहन विभाग की लापरवाही और ग़ैर ज़िम्मेदारी के कारण प्रदेश का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. 1 अप्रैल से बंद पड़े फिटनेस सेंटरों को फिर से शुरू करने या परिवहन कार्यालयों में फिटनेस की वैकल्पिक व्यवस्था करने में परिवहन विभाग विफल साबित हो रहा है. पूरे प्रदेश में फिटनेस सेंटर बंद होने से करीब 15 हज़ार वाहन ऐसे हैं जिनकी फिटनेस ड्यू हो गई है. फिटनेस ड्यू होने के कारण बहुत से ऑपरेटरों ने वाहनों का संचालन बंद कर दिया है तो वहीं काफ़ी वाहन ऐसे भी हैं जो बिना फिटनेस के ही सड़कों पर दौड़ रहे हैं. वहीं कुछ गाड़ी मालिक अधिक खर्चा उठा कर दूसरे प्रदेशों में जा कर अपने वाहनों की फिटनेस करवा रहे हैं.

- परिवहन विभाग ने कराई राजस्थान की देशभर में किरकिरी
- केंद्रीय सड़क परिवहन के नए नियमों के बाद देश के किसी राज्य में नहीं प्रभावित हुआ वाहनों की फिटनेस की काम
- लेकिन परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण प्रदेश में ठप हो गया वाहनों की फिटनेस का काम
- काफी पहले MORTH का नोटिफ़िकेशन हो गया था जारी
- 1 अप्रैल से पुराने फिटनेस सेंटर बंद होने का नोटिफ़िकेशन हो गया था जारी
- लेकिन इसके बाद भी हाँथ पर हाँथ रखे बैठे रहे परिवहन विभाग के अधिकारी

हैरानी की बात यह है कि वाहनों की फिटनेस नहीं होने की इतनी बड़ी परेशानी के बाद भी विभाग के स्तर पर इसका कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है. डिप्टी CM ने 2 दिन पहले परिवहन सचिव के साथ इस मसले को लेकर मीटिंग की थी लेकिन उसका कोई असर देखने को नहीं मिला ,, प्रदेश में वाहनों के फिटनेस की व्यवस्था कब से सुचारू होगी इसका कोई विभाग के अधिकारियों के पास नहीं है. इस परेशानी को लेकर कई ट्रांसपोटर्स भी परिवहन विभाग के अधिकारियों से मिल चुके हैं लेकिन ट्रांसपोटर्स को कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है. अगर आने वाले दिनों में जल्द से जल्द परिवहन विभाग ने इस समस्या का समाधान नहीं किया तो प्रदेश का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो सकता है.

परिवहन विभाग से सवाल
1- क्या प्रदेश में सड़क सुरक्षा को लेकर विभाग गंभीर नहीं है ?
2- जब दूसरे राज्यों में पुराने फिटनेस सेंटर काम कर रहे हैं तो राजस्थान में ही काम क्यों बंद किया गया है ?
3- अगर इस समस्या का समाधान अधिकारियों के स्तर पर नहीं हो सकता तो क्या डिप्टी CM या सरकार को इसकी जानकारी दी गई है ?
4- डिप्टी CM डॉ प्रेमचंद बैरवा प्रदेश में फिटनेस ठप होने के लिए किसी अधिकारी की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई करेंगे?