जयपुर: अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पिछले कई सालों से कई राष्ट्रीय नायकों को लेकर एक सोचा समझा षड्यंत्र चलाया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी के खिलाफ वातावरण बनाया जा रहा है. ये काम वे लोग कर रहे हैं जिनके पास अपनी उपलब्धियां दिखाने को कुछ भी नहीं है.
आजादी को लड़ाई में अपना योगदान बताने को कुछ भी नहीं है. वे सरदार पटेल और पंडित नेहरू के संबंधों को ऐसा दिखाने का षडयंत्र करते हैं. जैसे दोनों नायक एक दूसरे के खिलाफ थे. सच्चाई ये है कि वो एक सिक्के के दो पहलू थे. तमाम घटनाएं और दस्तावेज इनके मधुर संबंधों की गवाह है.
आज बीजेपी और संघ परिवार के लोग गांधीजी से जुड़े संस्थानों पर कब्जा कर रहे हैं. उसे उन्हीं के वैचारिक विरोधियों को सौंप रहे हैं. वाराणसी में भी सर्व सेवा संघ पर इन्होंने कब्जा कर लिया है. गुजरात विद्यापीठ में क्या हुआ आप लोग जानते ही हैं.
गांधीवादी लोग और सहकारिता आंदोलन के लोग Marginalise किये जा रहे हैं. ऐसी सोच के लोग गांधी जी का चश्मा और लाठी तो चुरा सकते हैं. लेकिन उनके आदर्शों पर कभी नहीं चल सकते. गांधी जी की वैचारिक विरासत ही असली पूंजी है. जो सिर्फ कांग्रेस पार्टी के पास है.