VIDEO: राजधानी जयपुर में मनाया गया RERA Day, देश भर में 1 मई 2017 को किया था लागू, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: देश भर में 1 मई 2017 को रियल एस्टेट रेग्युलेटरी कानून लागू किया गया था. इस कानून को लागू हुए आज आठ वर्ष पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर राजस्थान रेरा की ओर से रेरा डे मनाया गया. रेरा डे के अवसर पर राजधानी के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब कार्यक्रम आयोजित किया गया.

राजस्थान रेरा की ओर से कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में "राजस्थान रेरा-अब तक का सफर व भविष्य की तैयारी" थीम पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा. दीप प्रज्ज्वलित कर नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने उदघाटन सत्र की शुरुआत की. इस दौरान नगरीय विकास विभाग, नगर नियोजन विभाग, जेडीए व प्रदेश भर के निकायों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. साथ ही क्रेडाई राजस्थान और टाउनशिप डवलपर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के प्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने राजस्थान रेरा की नई वेबसाइट RAJ RERA 2.0 की लांचिंग की गई. 

इसमें आमजन और प्रमोटर्स के लिए नए फीचर जोड़े गए हैं. उदघाटन सत्र को संबोधित करते हुए नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि जो प्रमोटर्स विश्वसनीयता को बनाए रखेंगे वे लंबी रेस का घोड़ा कहलाएंगे. जितनी विश्वसनीयता होगी प्रमोटर उतना ही सफल होगा. जो वादा खरीदार से किया जाए, उसे प्रमोटर की ओर से समय पर पूरा किया जाए. उन्होंने आर्किटेक्ट्स को भी सलाह दी कि वे नियमों के तहत काम करें. ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें आर्किटेक्ट गलत प्रमाण पत्र जारी कर दिया.

 

इस मौके पर रियल एस्टेट अपीलीय अधिकरण के सदस्य युधिष्ठिर शर्मा ने कहा कि रियल एस्टेट को ड्रीम एस्टेट भी कहा जाता है. डेवलपर और आर्किटेक्ट मिलकर एक योजना का सपना देखते हैं. उस योजना में प्लॉट या मकान खरीदने वाले भी अपने खुद के आशियाने का सपना देखते हैं. लेकिन जब सपना टूटता है या सपने आपस में टकराते हैं तो विवाद बढ़ता है. उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर प्रॉफिट मैकिंग से कुछ अलग है. प्रमोटर को खरीदार को उतने ही सपने दिखाने चाहिए, जिन्हें पूरा करने की  उसकी क्षमता है.