राज्य वन्य जीव मंडल की स्थाई समिति की बैठक में चार सूत्रीय एजेंडा पर हुई चर्चा, 16 नए प्रस्तावों पर भी की गई चर्चा

राज्य वन्य जीव मंडल की स्थाई समिति की बैठक में चार सूत्रीय एजेंडा पर हुई चर्चा, 16 नए प्रस्तावों पर भी की गई चर्चा

जयपुर : राज्य वन्य जीव मंडल की स्थाई समिति की बैठक वन मंत्री संजय शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई. इस बैठक में चार सूत्रीय एजेण्डे पर विस्तृत चर्चा की गई. पिछले वर्ष 29 अक्टूबर को हुई बैठक के कार्रवाई विवरण को अनुमोदित किया गया. इसके बाद, वन्य जीव स्वीकृति के 16 नए प्रस्तावों पर चर्चा की गई, जिनमें प्रमुख रूप से सीता माता वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी के आठ प्रस्ताव, डेजर्ट नेशनल पार्क के तीन प्रस्ताव, रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व से संबंधित दो प्रस्ताव, और बस्सी, जमवारामगढ़ और सरिस्का से संबंधित एक-एक प्रस्ताव शामिल थे. 

इन प्रस्तावों में मोबाइल टावर, सड़क निर्माण, सड़क मरम्मत और पानी की पाइपलाइन जैसे विकास कार्यों से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया. इसके अलावा, बैठक में कुंभलगढ़, माउंट आबू, रणथंभौर और मुकुंदरा क्षेत्र में पहले स्थगित किए गए छह प्रस्तावों पर फिर से चर्चा की गई. इन प्रस्तावों का उद्देश्य इन क्षेत्रों में वन्य जीवों की सुरक्षा और संरक्षण के साथ-साथ विकास कार्यों को संतुलित करना था. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव अपर्णा अरोड़ा, हॉफ अरिजीत बनर्जी, मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक शिखा मेहरा और APCCF वाइल्डलाइफ राजेश गुप्ता भी उपस्थित थे. 

 

इसके अलावा, बैठक में टाइगर ट्रांसलोकेशन, गांव विस्थापन और प्रे बेस मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर अनौपचारिक चर्चा भी की गई. इस चर्चा के दौरान, इन पहलुओं के माध्यम से वन्य जीवों के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए उचित उपायों पर विचार किया गया. इस बैठक का उद्देश्य राज्य में वन्य जीवों के संरक्षण, उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा और मानव-वन्य जीव संघर्ष को कम करना था, ताकि जैव विविधता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.