जयपुर: कांग्रेस हाईकमान ने अब आदिवासी बेल्ट में पार्टी औऱ संगठन को मजबूत करने का एक्शन प्लान बनाया है. झारखंड,मध्य प्रदेश,गुजरात औऱ छत्तीसगढ़ के साथ राजस्थान में भी इस अभियान का अगले माह आगाज होगा. अभियान के तहत राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता तीन दिन में 5 जिलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे और आदिवासियों की मन की बात जानेंगे.
कांग्रेस ने एक बार फिर अपने परंपरागत छिटके वोट बैंक को पाले में लाने की कवायद शुरु कर दी है. कांग्रेस हाईकमान ने आदिवासी बेल्ट वाले राज्यों के लिए एक खास एक्शन प्लान बनाया है. जिसके तहत दिग्गज कांग्रेस नेता आदिवासियों के बीच जाकर उनकी मन की बात सुनेंगे. गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान औऱ राजस्थान में यह अभियान चलाया जाएगा. राजस्थान में अगले माह से इस प्लान पर काम भी शुरु हो जाएगा.
राजस्थान कांग्रेस का "मिशन वागड़"
आदिवासी वोट बैंक के लिए कांग्रेस का एक्शन प्लान
दिग्गज नेता जानेंगे आदिवासियों के मन की बात
3 दिन में 5 जिलों तो नापेंगे कांग्रेस के नेता
2 से 4 मई तक चलेगा आदिवास अंचल में अभियान
ट्राइबल बेल्ट में जूली,डोटासरा और रंधावा करेंगे संवाद
हर जिले के 300 कार्यकर्ताओं के साथ की जाएगी चर्चा
मंडल,ब्लॉक और जिलों के चयनित नेताओं और कार्यकर्ताओं से होगा संवाद
प्रतापगढ़ जिले से संवाद कार्यक्रम का होगा आगाज
फिर डूंगरपुर,बांसवाड़ा,सलूंबर औऱ उदयपुर ग्रामीण का करेंगे दौरा
आदिवासियों की भावना औऱ समस्याओं का जुटाएंगे फीडबैक
पिछले दिनो राहुल गांधी ने इन राज्यों के नेताओं को यह अभियान शुरु करने के निर्देश दिए थे. उसके बाद राजस्थान कांग्रेस इस मिशन में जुट गई है. प्रोग्राम का खाका औऱ शेड्यूल भी तैयार हो गया है. राजस्थान कांग्रेस इस काम को इसलिए भी गंभीरता से ले रही है क्योंकि बाप पार्टी के चलते वागड़ में यकीनन कांग्रेस पहले के मुकाबले कमजोर हो गई है. पहले यह एरिया कांग्रेस का मजबूत गढ़ हुआ करता था. लेकिन पहले बीटीपी औऱ फिर बाप पार्टी ने कांग्रेस के इस गढ़ में बड़ी सेंध लगा दी.
कांग्रेस को अब यह एहसास हो गया कि अगर पार्टी के अतीत के सुनहरे दिन वापस लाने है तो दलित, आदिवासी और ओबीसी वर्ग के वोट बैंक को लामबंद करना ही होगा. लिहाजा इसी मुहिम के तहत कांग्रेस ने अब आदिवासियों के बीच जाकर कांग्रेस को ही उनका हितेषी बनाने का मैसेज देने की रणनीति बनाई है.